उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को पंजीकरण (पंजीकरण) जल्दी कराना चाहिए, ताकि उन्हें समय पर गन्ना पर्ची मिल सके और वे सीजन में आसानी से सप्लाई कर सकें।
📅 पंजीकरण कब करें?
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बरसात के मौसम के दौरान, यानी जुलाई से सितंबर तक – यही सबसे उपयुक्त समय माना जाता है।
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मिल सीजन आमतौर पर अक्तूबर–नवंबर में शुरू होता है, इसलिए सक्रिय किसानों को जुलाई-सितंबर में पंजीकरण कराना चाहिए।
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कई बार विभाग से अप्रैल–मई में ही नए किसानों के रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाते हैं — इसलिए नए किसान अप्रैल के अंत से ही तैयारी शुरू कर दें।
📍 कहाँ करें पंजीकरण?
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अपने निकटतम गन्ना समिति कार्यालय (Cooperative Cane Society) में संपर्क करें – अपने गाँव/ब्लॉक/जिले की स्थानीय सहकारी समिति
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उनसे पंजीकरण फार्म लें, आवश्यक दस्तावेज जमा करें (जैसे: आधार, पासबुक, खतौनी आदि)
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फार्म जमा करने के बाद आपको UGC (Unique Grower Code) मिलेगा
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इस कोड के बाद ही आप गन्ना पर्ची की जानकारी ऑनलाइन देख पाएंगे
📋 पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज:
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आधार कार्ड की कॉपी और मोबाइल नंबर
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बैंक की पासबुक जिसमें खाता संख्या और शाखा कोड हो
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खतौनी / भूमि रजिस्टर
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फसल का विवरण (क्षेत्रफल, पिछला रिकॉर्ड)
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(अगर हैं) पिछली पर्ची की रसीद
🧑🌾 पंजीकरण क्यों ज़रूरी है?
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शुगर मिल से कटाई के लिए पर्ची प्राप्त करने हेतु
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अपने गन्ने को अधिकृत केंद्र पर भेजने के लिए
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भुगतान की प्रक्रिया शुरू करने के लिए
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कृषि विभाग की सुविधाएं और सहायता प्राप्त करने के लिए
📞 मदद चाहिए तो?
टोल-फ्री नंबर पर संपर्क करें:📞 1800-121-3203
✅ ध्यान देने योग्य:
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समय पर और सटीक जानकारी के साथ पंजीकरण कराएं।
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सभी डॉक्यूमेंट्स तैयार रखें।
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कोई दिक्कत हो तो समिति से संपर्क करें या हेल्पलाइन पर कॉल करें।
🔄 अगर आपको उपयुक्त लगे, तो इसे अन्य किसान भाइयों तक भी साझा करें।
जानकारी
गन्ना पर्ची और पंजीकरण की जानकारी
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